कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। भारत और बांगलादेश के बीच हाल ही में एक गंभीर कूटनीतिक विवाद ने तूल पकड़ा है, जब बांगलादेश ने अपनी सीमा पर की जा रही बॉर्डर फेंसिंग के संदर्भ में कुछ ऐसे कदम उठाए हैं, जिन्हें भारत ने सख्त तरीके से विरोध किया है। भारत ने इस मामले को लेकर बांगलादेश के उच्चायुक्त को तलब किया और अपनी चिंता जताई। भारत का कहना है कि बांगलादेश द्वारा बिना उचित जानकारी और संवाद के सीमा क्षेत्र में चल रही फेंसिंग की प्रक्रिया से भारत की सुरक्षा और नियंत्रण पर असर पड़ सकता है। भारतीय अधिकारियों का आरोप है कि इस प्रक्रिया में बांगलादेश कुछ क्षेत्रों में बाउंड्री वॉल का निर्माण कर रहा है, जो कि भारत के साथ सीमा पर संवेदनशील क्षेत्र के भीतर आ जाता है और इससे दोनों देशों के बीच सीमावाद बढ़ सकता है।
भारतीय सरकार का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों से दोनों देशों के बीच सीमा सुरक्षा संबंधी मुद्दे और कूटनीतिक रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है। भारत ने बांगलादेश को यह स्पष्ट संदेश दिया कि बिना आपसी सहमति और संवाद के ऐसी गतिविधियां जारी रखना दोनों देशों के रिश्तों के लिए नकारात्मक हो सकता है। इस विवाद के बाद बांगलादेश के उच्चायुक्त को तलब किया गया और उनसे इस बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई। भारत ने इस मुद्दे को बातचीत और कूटनीतिक तरीके से सुलझाने का आग्रह किया है ताकि दोनों देशों के बीच शांति और सहयोग बना रहे।