कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। महाकुंभ 2025 के दौरान, साधु-संतों और श्रद्धालुओं का विशाल जमावड़ा उमड़ा, लेकिन इस बार एक नया दृश्य सामने आया। प्राचीन धार्मिक आयोजन के बीच, आधुनिकता ने भी अपनी जगह बनाई। साधु-संतों द्वारा महाकुंभ में भाग लेने के लिए लग्जरी वाहनों का उपयोग करना एक नया ट्रेंड बन गया है।
यह दृश्य खासतौर से उन साधु-संतों के लिए चौंकाने वाला था, जो पहले सिर्फ पैदल ही यात्रा करते थे या ओटलों में रहकर साधना करते थे। अब महाकुंभ में दिखे फॉर्च्यूनर, रेंज रोवर, डिफेंडर जैसी उच्चतम वर्ग की एसयूवी और लग्जरी गाड़ियाँ साधु-संतों के बीच दिखाई दीं। ये गाड़ियाँ आमतौर पर ऊँचे वर्ग के लोगों के पास होती हैं, जो अपने ऐश्वर्यपूर्ण जीवनशैली को प्रदर्शित करने के लिए इन्हें इस्तेमाल करते हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि कुछ संतों ने धार्मिक गतिविधियों को सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से प्रमोट करने के लिए भी इन गाड़ियों का उपयोग किया। कुछ लोग इसे आधुनिकता का प्रतीक मानते हैं, जबकि कुछ इसे साधु-संतों की जीवनशैली में बदलाव के रूप में देख रहे हैं।
हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि कुछ साधु-संतों का तर्क है कि इन गाड़ियों का इस्तेमाल उनके पास आने-जाने की सुविधा और महाकुंभ के दौरान अन्य धार्मिक गतिविधियों को सही तरीके से पूरा करने के लिए है। वे इसे अपनी साधना और सेवा के लिए आवश्यक मानते हैं, ताकि वे समय की बचत कर सकें और अपने दायित्वों को बेहतर ढंग से निभा सकें। समग्र रूप से, महाकुंभ में वाहनों का यह संगम धार्मिक और सामाजिक धारा के बीच एक दिलचस्प मिलाजुला रूप प्रस्तुत करता है, जो परंपरा और आधुनिकता के बीच एक संतुलन की स्थिति को दर्शाता है।