कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।महाशिवरात्रि 2025, जो 26 फरवरी को मनाई जाएगी, के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 1,200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है। यह कदम यात्रियों की सुविधा और भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है। महाशिवरात्रि के दौरान विशेष रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर, इलाहाबाद (प्रयागराज) और उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भारी भीड़ उमड़ती है। इन स्थानों पर दर्शन और पूजा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाती हैं।
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष दर्शन व्यवस्था, ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग प्लान और सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मंदिर में दर्शन के लिए चारधाम मंदिर से प्रवेश, प्रोटोकॉल दर्शन के लिए नीलकंठ द्वार से प्रवेश और वृद्ध/दिव्यांग दर्शन के लिए अवंतिका द्वार से विशेष सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा, वाहन पार्किंग के लिए कलोता समाज पार्किंग (दो पहिया वाहन) और कर्कराज पार्किंग (चार पहिया वाहन) की व्यवस्था की गई है। पूरे मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं। भीड़ बढ़ने पर अतिरिक्त दर्शन मार्ग खोले जाएंगे। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के अनुसार, इंदौर से आने वाले वाहन देवास बायपास से डायवर्ट किए गए हैं, जबकि नागदा/आगर से आने वाले भारी वाहन चौपाल सागर के रास्ते डायवर्ट किए गए हैं।
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले संबंधित स्थानों की आधिकारिक वेबसाइटों या स्थानीय अधिकारियों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें और यात्रा की योजना बनाएं।