सरकारी क्रय केंद्रों पर नहीं खरीदा जा रहा धान, किसानों ने लगाया आरोप
बीकेटी,लखनऊ
राजधानी लखनऊ के विकास खंड बख्शी का तालाब अंतर्गत कई धान क्रय केंद्रों पर किसानों का धान न खरीदने का आरोप लगा है,किसानों का कहना है कि खाद्य विभाग के क्रय केंद्र इटौंजा,भीखमपुर,महिंगवा व अस्ती में खरीदा गया धान काफी समय से क्रय केंद्रों पर ही लगा हुआ है,जिसके चलते इन क्रय केंद्रों पर विगत कई सप्ताह से किसानों के धान की खरीदारी नहीं हो पा रही है इसके अतिरिक्त पी०सी०एफ० धान क्रय केंद्र सिंहामऊ,पहाड़पुर व दौलतपुर में धान क्रय केंद्र प्रभारी किसानों का धान न खरीदकर व्यापारियों से सांठ गांठ कर उनका धान खरीद रहे हैं।किसानों को धान खरीदने की तारीख देकर धान क्रय केंद्र प्रभारी नियत तिथि पर धान क्रय केंद्रों पर उपस्थित नहीं होते हैं।इस स्थिति में किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।किसानों का धान धान क्रय केंद्रों पर खरीदने हेतु जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित करने व धान खरीदने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कराने की मांग किया है।वही किसान यूनियन (अराजनैतिक) के प्रदेश उपाध्यक्ष राम प्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र लिखते हुए बताया कि प्रदेश में किसानों द्वारा धान की खेती प्रमुखता से की जाती है।जीविका का मुख्य साधन खरीफ के सीजन में धान की फसल है।किसानों की धान खरीद की समस्या को देखते हुए एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किसानों का धान खरीदने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है,इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।अधिकारियों द्वारा धान खरीद में की जा रही लापरवाही को देखकर ऐसा लगता है की जिम्मेदार अधिकारियों ने किसानों के मध्य लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का एक अभियान चला रखा है,धान न बिकने के कारण किसानों के सामने रबी की फसल में खाद व पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।प्रदेश का किसान मुख्यमंत्री जी की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है।उन्होंने बताया जनपद के धान खरीद के प्रति जवाबदेह अधिकारियों की ड्यूटी डिप्टी आर०एम०ओ० लखनऊ,जिला प्रबंधक पी०सी०एफ० की ड्यूटी धान खरीद के पीक सीजन में एस०आई०आरo(विशेष गहन पुनरीक्षण) के कार्य में लगा दी गई है जिससे इन अधिकारियों को धान क्रय केंद्र प्रभारियों से संवाद करने व क्षेत्र में भ्रमण करने का समय ही नहीं मिलता, जिसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है,उन्होंने मुख्यमंत्री से किसानों की समस्याओं का निराकरण कराने व संबंधित लापरवाह अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही की मांग किया है, उन्होंने बताया कि कई बार संबंधित अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने कोई रुचि नहीं दिखाई।
