कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लगा है। महरौली से विधायक नरेश यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे से AAP के अंदर राजनीतिक हलचल बढ़ गई है, क्योंकि यह घटना चुनावी समय में पार्टी के लिए एक नई चुनौती बन सकती है।
नरेश यादव का इस्तीफा और कारण:
नरेश यादव ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कई कारण बताए हैं। उनका कहना था कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की कमी है और उन्हें पार्टी के फैसलों में कोई स्थान नहीं मिल रहा था। इसके अलावा, उन्होंने पार्टी के नेतृत्व और नीतियों पर असंतोष जताया और कहा कि उन्हें अपनी आवाज उठाने का मौका नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर विभिन्न मुद्दों पर असहमति की वजह से उनका मनोबल गिरा है, और इसीलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया।
AAP के लिए चुनावी संकट:
यह इस्तीफा आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान एक बड़ा झटका है, क्योंकि नरेश यादव पार्टी के एक महत्वपूर्ण विधायक थे और महरौली क्षेत्र में उनका मजबूत समर्थन था। अब इस इस्तीफे से पार्टी को अपनी चुनावी रणनीतियों पर पुनः विचार करने की जरूरत होगी। इस घटनाक्रम ने AAP के संगठनात्मक ढांचे और पार्टी नेतृत्व की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विपक्षी पार्टियों की प्रतिक्रिया:
नरेश यादव के इस्तीफे के बाद विपक्षी पार्टियों ने AAP को निशाने पर लिया है। भाजपा और कांग्रेस ने इस इस्तीफे को पार्टी की कमजोरी और असंतोष का प्रतीक बताया है। विपक्षी दलों ने दावा किया है कि AAP का बढ़ता असंतोष और असहमति उसकी चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकती है।