कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
एशिया पावर इंडेक्स 2025 की ताज़ा रिपोर्ट ने भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन और तेज़ी से बढ़ती रक्षा क्षमताओं के चलते भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिफेंस पावर बन गया है। यह उपलब्धि भारत की सैन्य तकनीक, आधुनिक हथियार प्रणालियों और सामरिक तैयारी का बड़ा सबूत मानी जा रही है। रिपोर्ट में यह भी साफ हुआ है कि भारत ने रक्षा क्षेत्र में न सिर्फ चीन की पकड़ को चुनौती दी है, बल्कि विदेशी निवेश (FDI) के मामले में भी चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत में रक्षा उत्पादन, मेक-इन-इंडिया प्रोजेक्ट्स और निजी क्षेत्रों की बढ़ती भागीदारी ने देश की सामरिक ताकत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इसके उलट, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की स्थिति पहले से भी खराब हो गई है। एशिया पावर इंडेक्स 2025 में पाकिस्तान टॉप-10 की सूची से बाहर हो गया, जो उसके कमजोर आर्थिक ढांचे और घटती सैन्य क्षमता को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रगति के साथ आने वाले वर्षों में एशिया क्षेत्र में भारतीय प्रभाव और भी बढ़ेगा, जबकि चीन का क्षेत्रीय वर्चस्व धीरे-धीरे कम होता दिखाई दे सकता है। भारत की यह छलांग वैश्विक रक्षा संतुलन को भी नई दिशा देगी।
