कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
सरोवर नगरी की जीवन रेखा और ऐतिहासिक धरोहर कही जाने वाली लोअर माल रोड में गत 15 सितंबर को बड़ा भूधसाव हो गया था। अंग्रेजों के समय आजादी से लगभग एक शताब्दी पूर्व वर्ष 1846 में बनी इस सड़क पर जिला पर्यटन कार्यालय के समीप लगभग 15 मीटर लंबा और ढाई मीटर चौड़ा हिस्सा करीब 9 इंच झील की ओर धंस गया, जबकि सड़क पर एक से दो इंच चौड़ी दरारें भी बन गई हैं। इससे पूर्व भी इस क्षेत्र में सड़क का बड़ा हिस्सा धंसकर नैनी झील में समा गया था। अब इस धंसाव के स्थायी समाधान के लिये मशीनें हल्द्वानी पहुंच गई हैं। इसे नैनीताल लाने में समस्या आ रही है। इस कारण यहां कार्य दो दिन से शुरू नहीं हो पा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता तुला राम ने बताया कि वर्ष 2022 में इस सड़क के स्थायी उपचार हेतु ड्रिलिंग एंकर तकनीक से आरसीसी सड़क व पुल जैसी संरचना बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसके लिए 3.48 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत भी हुई थी, लेकिन आठ बार निविदा प्रक्रिया के बावजूद कोई विशेषज्ञ ठेकेदार नहीं मिला। नौवीं बार निविदा में ठेकेदार मिलने के बाद आगामी 22 सितंबर से कार्य प्रारंभ कर 25 जनवरी 2026 तक इसे पूरा किया जाना था। इस हेतु सड़क को वाहनों के आवागमन के लिये बंद भी कर दिया गया है, लेकिन मशीन के काफी बड़ा होने के कारण इसे नैनीताल तक लाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि मशीन को 40 फिट के ट्राला से हल्द्वानी लाया गया है। वहां से इसे नैनीताल लाना संभव नहीं है। अब इसे 24 फिट के ट्राला से नैनीताल लाने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि मौके पर नैनी झील की ओर 18 मीटर के 35 सेमी व्यास के 42 माइक्रो पाइल्स कहे जाने वाले पीलरों पर नीचे राफ्ट और ऊपर 30 सेमी मीटर मोटी आरसीसी स्लैब पर सड़क बनायी जाएगी।
