कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क। स्वर्ण आयोग के गठन और अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी के विरोध में गुरुवार को सचिवालय के बाहर सड़क पर घंटों चक्का जाम करने वाले देवभूमि क्षत्रिय संगठन और स्वर्ण मोर्चा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने अब सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। छोटा शिमला थाना में सभा के प्रदेशाध्यक्ष रुमित ठाकुर समेत अन्य प्रदर्शनकारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 189(2), 126(2) और 223 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को दी।
गुरुवार को बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य टॉलेंड से सचिवालय तक रोष रैली निकालते हुए छोटा शिमला पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्य मार्ग पर बैठकर घंटों चक्का जाम किया। इस वजह से ओल्ड बस स्टैंड से लेकर संजौली मार्ग तक यातायात पूरी तरह बाधित हो गया, जिससे स्कूली बच्चों सहित आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रैली के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और संजौली की ओर जाने वाली बसों को वैकल्पिक मार्ग लक्कड़ बाजार होते हुए भेजना पड़ा। छोटा शिमला जाने वाले यात्रियों को पैदल ही सफर करना पड़ा।
देवभूमि क्षत्रिय सभा के प्रदेशाध्यक्ष रुमित ठाकुर का कहना है कि स्वर्ण आयोग गठन की मांग पिछले दो वर्षों से लंबित है। मुख्यमंत्री ने छह महीने में आयोग गठन का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उनका सवाल है कि जब अन्य वर्गों के लिए आयोग बन सकते हैं, तो स्वर्ण समाज को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है।
प्रदर्शन के कारण न सिर्फ यातायात व्यवस्था चरमरा गई बल्कि आम जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया। अब पुलिस प्रशासन ने मामले में सख्ती बरतते हुए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।