कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को बंद किए जाने के बाद भारत सरकार ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों को निर्देश जारी कर उन्नत यात्री हैंडलिंग उपायों को तुरंत प्रभाव से लागू करने को कहा है।
ये निर्देश तब जारी किए गए हैं जब ओवरफ्लाइट प्रतिबंधों के कारण कई उड़ानों के मार्गों में बदलाव हुआ है, जिससे उड़ान का समय बढ़ गया है और तकनीकी रुकावटों की संभावना भी बढ़ गई है। DGCA का कहना है कि इन परिस्थितियों में यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और नियामक अनुपालन को सुनिश्चित करना अनिवार्य है।
DGCA द्वारा जारी किए गए मुख्य उपाय:
1. पारदर्शी संचार:
यात्रियों को उड़ान मार्ग में बदलाव, यात्रा अवधि में वृद्धि और किसी भी संभावित तकनीकी रुकावट के बारे में स्पष्ट और समय पर जानकारी दी जानी चाहिए। यह जानकारी चेक-इन, बोर्डिंग, और डिजिटल नोटिफिकेशन के जरिए दी जाएगी।
2. उड़ान के दौरान बेहतर सेवाएं:
एयरलाइनों को खानपान सेवाओं को उड़ान की वास्तविक अवधि के अनुसार अपडेट करना होगा, ताकि विस्तारित उड़ानों में पर्याप्त भोजन, पानी और विशेष आहार उपलब्ध कराया जा सके।
3. चिकित्सा तत्परता:
विमान में पर्याप्त मेडिकल सप्लाई सुनिश्चित करनी होगी और जिन हवाई अड्डों पर तकनीकी रुकावट की आशंका हो, वहां आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता की पुष्टि करनी होगी।
4. ग्राहक सहायता की तैयारी:
कॉल सेंटर और ग्राहक सेवा टीमों को तैयार रहना होगा ताकि वे देरी, छूटे हुए कनेक्शन और जरूरी मुआवज़ा जैसी स्थितियों में यात्रियों की सहायता कर सकें।
5. परिचालन समन्वय:
फ्लाइट ऑपरेशन, कस्टमर सर्विस, ग्राउंड हैंडलिंग, इन-फ्लाइट सर्विस और मेडिकल सपोर्ट से जुड़े सभी विभागों में निर्बाध समन्वय बनाए रखना होगा। DGCA ने स्पष्ट किया है कि ये उपाय अनिवार्य हैं, और किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुपालन न करने पर एयरलाइनों के खिलाफ नियमों के तहत सख्त कार्रवाई की जा सकती है।