कैनविज टाइम्स, अन्तर्राष्ट्रीय डेस्क । कनाडा में हाल ही में हुए आम चुनाव में मार्क कार्नी की अगुवाई वाली लिबरल पार्टी ने लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी की है। हालांकि, पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, फिर भी 167 सीटों के साथ वह सरकार बनाने की स्थिति में है। कार्नी, जो पहले बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर रह चुके हैं, ने जस्टिन ट्रूडो की जगह प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है।
इस चुनावी जीत को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों और व्यापारिक दबावों के खिलाफ एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है। कार्नी ने चुनावी भाषणों में ट्रंप की नीतियों की आलोचना की और कनाडा की संप्रभुता की रक्षा की बात की।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मार्क कार्नी को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, "मार्क कार्नी को कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर बधाई। हम दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।"
मुख्य बिंदु:
मार्क कार्नी ने लिबरल पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन 167 सीटों के साथ सरकार बनाने की स्थिति में है।
कार्नी ने ट्रंप की नीतियों की आलोचना की और कनाडा की संप्रभुता की रक्षा की बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने की बात की।
यह चुनावी परिणाम कनाडा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है, जहां एक पूर्व केंद्रीय बैंकर ने राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा और सत्ता हासिल की। अब देखना होगा कि उनकी नीतियां और नेतृत्व कनाडा के लिए किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।