कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में आगामी दिनों में भारी वर्षा का अनुमान जताया है, जिसके कारण तापमान में गिरावट आ सकती है। कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस वक़्त प्रदेश में 222 सड़कें बंद हैं, जिनमें से 144 सड़कें मंडी जिले में हैं। भारी बारिश और भूस्खलन से यातायात ठप हो गया है। इसके अलावा, 36 ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं और 152 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। अब तक 153 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 82 मौतें भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण हुईं, जबकि 72 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई। मौसम विभाग ने 26 जुलाई को मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है और 27 जुलाई को कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। 29 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। रविवार को दोपहर के बाद मंडी, शिमला और कुल्लू सहित अन्य स्थानों पर भारी बारिश हुई। शिमला के रामनगर में पेड़ घर की छत पर गिरने से नुकसान हुआ और चंबा के नकरोड़ू-चांजू मार्ग भूस्खलन से सात घंटे तक बाधित रहा। इस समय प्रदेश में आपातकालीन उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन अगले तीन दिन भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।