कैनविज टाइम्स, डिजिटल ड्स्क।
सासाराम के आकाशदीप ने इंग्लैंड को हराकर 167 साल पुराना हिसाब चुकता किया। उनके परदादा बाबू निशान सिंह ने 1858 में अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में शहीदी दी थी। आकाशदीप ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू करते हुए अपनी गेंदबाजी से ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और 10 विकेट लेकर भारतीय क्रिकेट में अपना नाम दर्ज करवा लिया। उनके इस विजय ने पूरे जिले में खुशी की लहर ला दी है और लोग उनके शानदार प्रदर्शन को लेकर प्रशंसा कर रहे हैं। आकाशदीप की परदादी की शहादत की कहानी आज भी जिले के लोगों के दिलों में जिंदा है। बाबू निशान सिंह 1857 की लड़ाई के महान क्रांतिकारियों में से एक थे, जिन्हें अंग्रेजी हुकूमत ने 7 जून 1858 को सासाराम के गौरक्षणी में तोप से उड़ा दिया था। अब उनके परपोते आकाशदीप ने 167 साल बाद इंग्लैंड में जाकर अंग्रेजों को हराकर अपना हिसाब चुकता किया है। फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के टेस्ट टीम में आकाशदीप का चयन हुआ। 27 वर्षीय आकाशदीप ने रांची में खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त किया और चार विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए छह विकेट लेकर इंग्लैंड को 336 रनों से करारी शिकस्त दी। आकाशदीप के परिवार और उनके गांव बड्डी में उनके प्रदर्शन पर खुशी का माहौल है। उनके रिश्तेदार प्रो. उमेश कुमार सिंह ने कहा आकाश ने भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाई है और उसका यह प्रदर्शन पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उनकी सफलता न केवल एक व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों की याद दिलाती है, जिनकी कुर्बानियों के कारण आज हम स्वतंत्र हैं।