कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार के मोतिहारी स्थित गांधी मैदान में आयोजित सभा के दौरान शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब तीन युवक संदिग्ध परिस्थिति में अति सुरक्षा घेरे (D एरिया) में घुस गए। यह वह क्षेत्र होता है जहां केवल विशेष अनुमति प्राप्त व्यक्ति ही प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि, सुरक्षा में तैनात जवानों ने तत्परता दिखाते हुए तीनों संदिग्धों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिए अलग स्थान पर ले जाया गया। तीनों की पहचान सुगौली के जितेंद्र तिवारी, घोड़ासहन के विक्रांत गौतम और रामनगर (पश्चिमी चंपारण) के रविकांत के रूप में हुई है। सुरक्षा एजेंसियां इन तीनों से गहन पूछताछ कर रही हैं। स्थानीय थानों से भी तीनों की पृष्ठभूमि की जानकारी मांगी गई है। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि तीनों युवकों का इरादा क्या था और वे D जोन में कैसे पहुंचे। सभा में आने वालों की जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों ने एक अन्य व्यक्ति को भी पकड़ा, जिसकी जेब से बुलेट जैसी चाबी रिंग मिली। बाद में जांच में पता चला कि वह व्यक्ति पूर्व सैनिक है, जिसका नाम रामायण दास है और वह मोतिहारी के श्रीकृष्णनगर का निवासी है।
चाबी रिंग में पिस्टल की गोली के आकार की वस्तु थी, जिसे देखकर सुरक्षा कर्मियों को संदेह हुआ। पूर्व सैनिक से पूछताछ के बाद जब संतोषजनक जवाब मिला और बुलेट रिंग को निरापद माना गया, तब उसे छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। सभा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर संदिग्ध गतिविधि की गंभीरता से जांच होगी। प्रधानमंत्री की सभा जैसे उच्चस्तरीय कार्यक्रम में तीन संदिग्धों का D जोन में घुसना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर उठाता है। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से बड़ी घटना टल गई। मामले की जांच जारी है और विस्तृत रिपोर्ट जल्द सामने आने की उम्मीद है।