कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा के नवनिर्मित श्रीजगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन समारोह में विपक्ष के प्रमुख नेताओं को भी आमंत्रित कर एक अनोखा राजनीतिक संदेश दिया। इस भव्य धार्मिक आयोजन में भाजपा, वाम मोर्चा और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को निमंत्रण भेजा गया, जिससे राजनीतिक सौजन्यता और सहयोग का नया उदाहरण प्रस्तुत हुआ।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को महायज्ञ में पूर्णाहुति दी और आरती भी की। सोमवार से मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ और यज्ञ का आयोजन किया गया था, जिसमें 100 क्विंटल आम व बेल की लकड़ी और 2 क्विंटल घी अर्पित किया गया। उद्घाटन समारोह की तैयारी में राज्य सरकार के मंत्री सक्रिय रूप से शामिल हुए और राज्यभर से श्रद्धालु दीघा पहुंच रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेताओं को आमंत्रित कर एक अद्भुत राजनीतिक शिष्टाचार का परिचय दिया। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, तब शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के साथ थे और मंदिर के नक्शा विमोचन में भी उनकी भागीदारी थी।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वाम नेताओं विमान बोस और रबींद्र देव समारोह में शामिल होंगे या नहीं, लेकिन भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि वे श्यामपुर में अपने कार्यक्रमों के बावजूद दीघा पहुंचने की कोशिश करेंगे।
समारोह में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र की हस्तियां भी शामिल हो रही हैं, जिससे यह आयोजन बंगाल के समाज में एकता और सौहार्द का प्रतीक बन रहा है।