कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। मालदा के मोथाबाड़ी इलाके में हाल ही में हुए गुटीय संघर्ष के विरोध में भाजपा ने मंगलवार को कांथी में रैली निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद भाजपा ने इस निर्णय को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले की सुनवाई 2 अप्रैल को होने की संभावना है।
भाजपा ने मोथाबाड़ी कांड को लेकर तृणमूल कांग्रेस और पुलिस के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि उसने पहले ही प्रशासन को रैली की सूचना दी थी, लेकिन सोमवार रात को अचानक अनुमति रद्द कर दी गई। यह रैली शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में पूर्व मेदिनीपुर के कांथी में होनी थी, जिसे पुलिस ने रोका।
भाजपा . ने रैली के लिए अनुमति मांगते हुए मंगलवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर की। यह याचिका जस्टिस तीर्थंकर घोष के समक्ष दायर की गई, जिन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। साथ ही, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी हाई कोर्ट में एक अलग याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने केवल अपने सुरक्षा दस्ते के साथ मोथाबाड़ी जाने की अनुमति मांगी है।
इससे पहले, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी रविवार को मोथाबाड़ी जाने से रोका गया था। पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें इलाके से सात किलोमीटर पहले ही रोक दिया था, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई थी।