लखनऊ, कैनविज टाइम्स संवाददाता। प्रतिष्ठित बुक स्टोर यूनिवर्सल बुक सेलर्स में बॉलीवुड के प्रख्यात निर्देशक एवं लेखक दुष्यंत प्रताप सिंह द्वारा रचित चर्चित पौराणिक कृति ‘सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा’ का भव्य विमोचन आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर देश की प्रसिद्ध लोकगायिका पदमश्री मालिनी अवस्थी, जाने-माने शिक्षाविद राजेश दयाल, यूनिवर्सल बुक सेलर्स के सीईओ गौरव प्रकाश और लेखक दुष्यंत प्रताप सिंह मंच पर उपस्थित रहे। सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा लखनऊ के स्थानीय यूनिवर्सल बुक सेलर्स पर हालिया रिलीज चर्चित माइथोलोजी किताब सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा जिसे बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह ने लिखा है का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मालिनी अवस्थी ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि लेखक आज हमारे युगों और इतिहास के ऐसे योद्धाओं व कर्म योगियों के बारे में लिख रहे हैं जो लोगों की स्मृति से लगभग विस्मृत हो चुके हैं। ऐसी किताबें और साहित्य ही उनके असाधारण जीवन पर न सिर्फ प्रकाश डालते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी एक गर्व का अनुभव कराते हैं और हमारी सनातन संस्कृति के अपूर्व इतिहास से उनका नूतन परिचय होता है। वहीं राजेश दयाल ने कहा कि किताबें हमारे इतिहास को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाने का सबसे बेहतरीन माध्यम है। गौरव प्रकाश ने कहा की सात्यकि द्वापर का अजय योद्धा जैसी किताबें जब उनके बुक स्टोर्स में आतीं हैं तो उन्हें बेहद खुशी होती है क्योंकि भूतकाल का वर्तमान से परिचय और भविष्य को आमजनों से जोड़ने वाली किताबें अक्सर कम मात्रा में उपलब्ध हैं कोई ऐसी किताब जब उनकी लाइब्रेरी में दस्तक देती है तो उन्हें बेहद खुशी होती है वे ऐसे व्यवसाय से जुड़े हुए हैं जो उनके लिए व्यवसाय नहीं बल्कि एक गर्व का विषय है। दुष्यंत प्रताप सिंह ने बताया उपरोक्त किताब न सिर्फ उनके लिए एक चुनौती थी बल्कि महायोद्धा सात्यकि का वर्तमान पीढ़ी से परिचय उनके लिए एक बेहद भावुक पल है सात्यकि द्वापर का अजेय योद्धा देश और दुनिया के सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है साथ ही यह किताब क्रॉसवर्ड, यूनिवर्सल, ओम, सपना जैसे वरिष्ठ बुक डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास भी उपलब्ध है। इस बुक का ऑडियो ऑनलाइन सभी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है लगभग 8:30 घंटे का ऑडियो आपको रोमांच की एक अलग दुनिया में ले जाता है उपरोक्त ऑडियो में इंडस्ट्री के बड़े टेक्नीशियनस ने अपनी सेवाएं दी हैं गौरव प्रकाश के मुताबिक जब हमारे शेल्फ़ पर इस तरह की पुस्तकें आती हैं, तब यह सब सिर्फ एक व्यापार नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन जैसा महसूस होता है। पुस्तक के लेखक व फिल्म निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह ने कहा कि करीब दो साल में यह गाथा इस मुकाम पर पहुंची उन्होंने उम्मीद जताई कि उपरोक्त किताब का अंग्रेजी संस्करण माह अक्टूबर में समूचे विश्व में उपलब्ध होगा, वहीं यह भी बताया कि बहुत जल्द इस किताब पर एक वेब सीरीज का निर्माण प्रस्तावित है। दुष्यंत ने बताया कि उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर कार्य करते हुए विभिन्न पुराणों, महाभारत के श्लोकों और इतिहासकारों की व्याख्याओं का गहन अध्ययन किया है जिससे इस रचना को प्रामाणिकता और विश्वसनीयता प्राप्त हो सके।