कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में किसान नेताओं के धरनों और प्रदर्शनों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार रेल और सड़क रोको जैसे आंदोलन हो रहे हैं, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। सीएम मान ने यह भी कहा कि उनकी नरमदिली को कमजोरी न समझा जाए, और उन्होंने चेतावनी दी कि राज्य में धरनों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है।
मुख्यमंत्री की टिप्पणी:
सीएम मान ने कहा, “कभी रेल रोको, कभी सड़क रोको, कभी कुछ रोको, मेरी नरमाई को यह न समझा जाए कि मैं एक्शन नहीं कर सकता। पंजाब धीरे-धीरे धरनों का राज्य बनता जा रहा है। पंजाब की इकोनॉमी का नुकसान हो रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा, “जब मोर्चा ही लगाना है तो मुझे क्यों किसानों ने ढाई घंटे मीटिंग में बैठाकर रखा। मेरा किसानों से यह सवाल था। पंजाब धरनों से रुकेगा नहीं, चलता रहेगा। सभी मांगे केंद्र से संबंधित हैं।”
पुलिस कार्रवाई:
पंजाब पुलिस ने आगामी 'चंडीगढ़ चलो' मार्च से पहले कई किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में लिया है। मानसा जिले से करीब दस किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस कार्रवाई के बाद कई किसान नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की कार्रवाई की आलोचना की है। उन्होंने इसे किसान विरोधी बताते हुए सीएम मान को बर्खास्त करने की मांग की है।
इस बीच, फोगाट खाप प्रधान ने भी मुख्यमंत्री भगवंत मान को किसानों के प्रति अपने रवैये में सुधार की चेतावनी दी है।