कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। राजस्थान के जयपुर में हाल ही में हुए एक भीषण सड़क हादसे के बाद कांग्रेस ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस्तीफा मांग लिया है। कांग्रेस का आरोप है कि हाईवे निर्माण में टेंडर शर्तों की अनदेखी की गई है, जिसके परिणामस्वरूप इस तरह के हादसे हो रहे हैं। पार्टी का कहना है कि हाईवे की सुरक्षा मानकों को लेकर गड़बड़ी के कारण लोगों की जान खतरे में है।
क्या हुआ था जयपुर हादसे में?
जयपुर में एक तेज रफ्तार वाहन सड़क के किनारे स्थित गड्ढे में गिर गया, जिससे कई लोगों की जान चली गई। हादसा इतना भयंकर था कि मौके पर भारी संख्या में दुर्घटना में शामिल वाहन मिले। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिससे दुर्घटना की स्थिति बनी।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इस हादसे के बाद नितिन गडकरी की अगुवाई वाली सरकार को घेरते हुए कहा कि सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। पार्टी ने कहा कि टेंडर में तय की गई शर्तें पूरी नहीं की गईं, जिससे सड़क सुरक्षा में कमी आई और इस हादसे का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि क्या टेंडर की प्रक्रिया में सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा गया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “हाईवे की हालत इतनी खराब है कि लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। गडकरी जी के नेतृत्व में निर्माण कार्य में घोर लापरवाही बरती गई है। इस मामले में गडकरी का इस्तीफा होना चाहिए।”हालांकि, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उन्होंने पहले भी सड़क सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाने की बात की थी। गडकरी मंत्रालय ने दावा किया है कि सड़क सुरक्षा के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन विपक्ष इसे प्रचार और कार्यक्रमों की खानापूरी मानता है।
नितिन गडकरी का बयान
सड़क हादसों पर चिंता व्यक्त करते हुए, गडकरी ने पहले भी कहा था कि भारत में सड़क सुरक्षा को सुधारने के लिए कई योजनाएं तैयार की गई हैं, और उनका मंत्रालय सड़क सुरक्षा के मामलों में तेजी से काम कर रहा है। लेकिन विपक्ष का कहना है कि इन योजनाओं को लागू करने में समय की कमी और सरकारी लापरवाही की वजह से सड़क हादसों में वृद्धि हो रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस हादसे को लेकर राज्य और केंद्र सरकार से विस्तृत जांच की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। साथ ही, कांग्रेस ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार को भी इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।