कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
कोलकाता से दुखद खबर सामने आई है। मशहूर बंगाली अभिनेता और बीजेपी नेता जॉय बनर्जी का 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें 15 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ के चलते निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि वे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से जूझ रहे थे और पिछले कुछ दिनों से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। सोमवार सुबह 11:35 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। जॉय बनर्जी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'अपरूपा' से की थी और पहली ही फिल्म से दर्शकों का ध्यान खींच लिया था। 80 और 90 के दशक में वे टॉलीवुड के मैटिनी आइडल बने। उन्होंने ‘नागमती’ (1983), ‘मिलन तिथि’ (1985), ‘चॉपर’ (1986) और ‘हीरक जयंती’ (1990)जैसी हिट फिल्में दीं। उनकी फिल्में न सिर्फ दर्शकों को बल्कि समीक्षकों को भी खूब पसंद आईं। फिल्मों से राजनीति की ओर कदम बढ़ाते हुए जॉय बनर्जी ने 2014 में बीरभूम और 2019 में उलुबेरिया लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, हालांकि दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2021 में उन्होंने आधिकारिक तौर पर राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। जॉय बनर्जी अपने पीछे पत्नी और मां को छोड़ गए हैं। उनके निधन पर बंगाली फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति दोनों में शोक की लहर है। उनकी को-एक्टर और तृणमूल कांग्रेस सांसद शताब्दी रॉय ने कहा, “मैं पूरी तरह टूट गई हूं। हमें पता था कि जॉय लंबे समय से बीमार थे, लेकिन हम सभी उनके ठीक होने की प्रार्थना कर रहे थे।” वहीं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी उनके असामयिक निधन पर शोक जताया। जॉय बनर्जी का जाना न सिर्फ टॉलीवुड के लिए, बल्कि राजनीति की दुनिया के लिए भी एक बड़ी क्षति है।