कैनवीज़ टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिहार के दरभंगा जिले के मोगलपुरा स्थित अंबेडकर छात्रावास में आयोजित शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने संविधान से लेकर जाति जनगणना तक के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। कार्यक्रम में पहुंचने से पहले राहुल गांधी को प्रशासन ने रोकने की कोशिश की, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन की रोक के बावजूद राहुल गांधी पैदल ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे और वहां छात्रों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि "नरेंद्र मोदी संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ हैं।" उन्होंने दावा किया कि हिंदुस्तान की आबादी में 90 प्रतिशत लोग अति पिछड़ा, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं और नरेंद्र मोदी इन सभी के खिलाफ खड़े हैं।
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जाति जनगणना के मुद्दे पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार ने जनता के दबाव में आकर जाति जनगणना कराने की घोषणा की है। उन्होंने प्रशासन द्वारा रोके जाने पर कहा, “प्रशासन ने मुझे यहां आने से रोकने की कोशिश की, लेकिन मैं नहीं रुका क्योंकि आपकी शक्ति मेरे पीछे है।” इस दौरान राहुल गांधी ने अपने तेवर में 'फायर हूं मैं...' कहते हुए फिल्म 'पुष्पा' के अंदाज में बिहार पुलिस और प्रशासन को चुनौती दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे राहुल गांधी की मजबूती और जनता से जुड़ाव का प्रतीक बताया।
कार्यक्रम में छात्रों और स्थानीय लोगों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और राहुल गांधी के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने शिक्षा के अधिकार और सामाजिक न्याय पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की रुकावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे भाजपा सरकार के खिलाफ जनता की आवाज करार दिया है, जबकि भाजपा ने राहुल के आरोपों को आधारहीन बताया है।