कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। कांग्रेस पार्टी ने नए आयकर कानून को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया है कि यह नया कानून नागरिकों की निजी जिंदगी में अत्यधिक हस्तक्षेप करेगा और सरकार को व्यक्तिगत जानकारियों तक पहुंच प्रदान कर देगा, जो उनकी गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन है।
कांग्रेस का आरोप:
कांग्रेस का कहना है कि नया आयकर कानून सरकार को आम नागरिकों की वित्तीय जानकारी के बारे में अत्यधिक अधिकार प्रदान करेगा, जिससे निजी जिंदगी का उल्लंघन हो सकता है। पार्टी ने कहा कि यह कदम बिग डेटा और आधुनिक तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके नागरिकों की पूरी वित्तीय गतिविधियों पर निगरानी रखने का रास्ता खोल सकता है।
कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा, “यह कानून सरकार को हमारी हर वित्तीय गतिविधि पर नजर रखने का अधिकार देता है। यह सीधे तौर पर हमारी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गोपनीयता पर हमला है।”
नए कानून के मुख्य बिंदु:
इस नए कानून के तहत, सरकार को करदाता की सभी वित्तीय जानकारियां प्राप्त करने का अधिकार मिलेगा, और इसके माध्यम से व्यक्तिगत और परिवारिक खर्चों, निवेशों और अन्य वित्तीय मामलों का विश्लेषण किया जा सकेगा। इसके अलावा, इससे वित्तीय लेन-देन के सभी विवरण भी सरकार के पास पहुंच सकते हैं।
कांग्रेस का दावा:
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि इस कानून के तहत सरकार द्वारा किया जाने वाला डेटा संग्रहण और निगरानी नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। उनका कहना है कि यह कदम सरकार को लोगों की निजी जिंदगी में अत्यधिक हस्तक्षेप करने की अनुमति देगा और यह एक प्रकार का “स्मार्ट डिक्टेटरशिप” साबित हो सकता है।
सरकार का बचाव:
केंद्र सरकार ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि नया आयकर कानून केवल टैक्स चोरी और भ्रष्टाचार को रोकने के उद्देश्य से लाया गया है। सरकार का कहना है कि इस कानून का उद्देश्य नागरिकों के व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखना है और यह केवल उन लोगों के लिए है जो आयकर भुगतान में लापरवाही करते हैं।