कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार को अचानक बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। तेज बारिश के बाद नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। बाढ़ की चपेट में आकर कई मकान और वाहन बह गए हैं। घटनास्थल से जुड़े कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें उफनती नदियों और बाढ़ की भयावहता देखी जा सकती है।सबसे अधिक नुकसान सैंज, मणिकर्ण घाटी, तीर्थन घाटी और बंजार क्षेत्र में हुआ है। सैंज के जीवा नाले में आई बाढ़ के कारण एनएचपीसी के शेड बह गए, वहीं बिहाली गांव को खतरा बना हुआ है। कुल्लू को जोड़ने वाला औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। इस बीच, बंजार में आयोजित दो कार्यक्रमों में शामिल होने आए राज्य के दो मंत्री कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी भी फंस गए हैं। सैंज बाजार में बाढ़ के कारण एक कैंपर और एक स्कूटी बह गई है। सड़कें जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और राहत-बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है। मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव को जोड़ने वाली पार्वती नदी पर बनी अस्थायी पुलिया बाढ़ में बह गई है। वर्ष 2024 में ग्रामीणों द्वारा खुद बनाई गई यह पुलिया अब पूरी तरह नष्ट हो चुकी है, जिससे गांव का संपर्क बाकी क्षेत्रों से टूट गया है। बाढ़ से सैंकड़ों लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। घरों में पानी घुसने से अफरा-तफरी मच गई है और लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्य जारी हैं।