कैनवीज़ टाइम्स , डिजिटल डेस्क ।
बॉलीवुड में रंगीन गानों, भव्य सेट्स और रोमांटिक कहानियों का बोलबाला रहा है, लेकिन इस चकाचौंध के पीछे एक ऐसा जॉनर भी मौजूद है जो दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देता है—हॉरर। हालांकि, हॉरर फिल्में भारतीय सिनेमा का हिस्सा बहुत पहले से रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड की पहली हॉरर फिल्म कौन सी थी? यह ऐतिहासिक फिल्म है 'महल' (Mahal), जो 1949 में रिलीज हुई थी। बॉम्बे टॉकीज के बैनर तले बनी इस फिल्म का निर्देशन कमल अमरोही ने किया था, जबकि अशोक कुमार और सावक वाचा इसके निर्माता थे। 'महल' की खासियत न केवल इसकी रहस्यमयी कहानी थी, बल्कि इसकी दमदार स्टार कास्ट भी थी। फिल्म में उस दौर की सुपरस्टार मधुबाला और मशहूर अभिनेता अशोक कुमार मुख्य भूमिका में नजर आए थे।
फिल्म की कहानी एक पुराने महल में रहने वाले एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अचानक एक रहस्यमयी महिला से मिलता है। यह महिला कौन है? क्या वह भटकती आत्मा है या फिर कोई राज छिपा हुआ है? फिल्म की रहस्यपूर्ण कहानी और डरावने दृश्यों ने दर्शकों के बीच खौफ और उत्सुकता का माहौल बना दिया। महल' का संगीत भी फिल्म की सफलता में अहम भूमिका निभाता है। लता मंगेशकर की आवाज में गाए गए गाने 'आएगा आने वाला' ने संगीत प्रेमियों के बीच धूम मचा दी। यह गाना आज भी भारतीय सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध गानों में से एक माना जाता है।
बॉक्स ऑफिस पर भी 'महल' ने शानदार प्रदर्शन किया। उस समय की सबसे महंगी फिल्मों में से एक होने के बावजूद, इस फिल्म ने अपनी कहानी, अभिनय और संगीत के बल पर बड़ी संख्या में दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचा। 'महल' ने यह साबित कर दिया कि हॉरर जॉनर भी भारतीय दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो सकता है।आज 'महल' को भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक फिल्मों में गिना जाता है। यह फिल्म न केवल बॉलीवुड की पहली हॉरर फिल्म मानी जाती है, बल्कि इसने आगे आने वाली हॉरर फिल्मों के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार किया।