कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क।
आज, 1 मार्च 2025 को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाएगा, जो विशेष रूप से होली के पूर्व होता है। यह दिन विशेष रूप से फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। फुलेरा दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बनाने का अवसर होता है। इसके साथ ही, इस दिन कुछ विशेष शुभ योग भी बन रहे हैं, जो पूजा और धार्मिक कार्यों के लिए अनुकूल हैं।
फुलेरा दूज की महिमा:
फुलेरा दूज पर भाई अपनी बहन के घर जाता है और उसे उपहार देता है, वहीं बहन भाई को तिलक कर भोजन कराती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। यह पर्व विशेष रूप से भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम और सौहार्द बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
1 मार्च 2025 का पंचांग:
• तिथि: फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि
• वार: शनिवार
• नक्षत्र: आर्द्रा (इस दिन यह नक्षत्र भी विशेष प्रभावी होता है)
• योग: आयुष्मान योग, जो कि बहुत शुभ माना जाता है।
• कृष्ण पक्ष: इस दिन को कृष्ण पक्ष का अंत और शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा।
विशेष शुभ योग:
आज आयुष्मान योग बन रहा है, जो कि किसी भी शुभ कार्य के लिए उत्तम माना जाता है। साथ ही, यह दिन भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने के लिए भी बहुत लाभकारी है।
पूजा मुहूर्त:
फुलेरा दूज पर पूजा का खास महत्व है, और पूजा का मुहूर्त इस प्रकार है:
• पूजा मुहूर्त: सुबह 06:30 बजे से लेकर 09:00 बजे तक
• व्रत विधि: इस समय में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
• तिलक विधि: बहन अपने भाई को तिलक करें और उसकी लंबी उम्र की कामना करें।
• दान: इस दिन तिल का दान करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
पारंपरिक रीति-रिवाज:
1. भाई-बहन के बीच उपहारों का आदान-प्रदान।
2. बहन द्वारा भाई को तिलक और भोजन कराना।
3. कृष्णा या गौ माता का पूजन।
4. सामग्री दान (जैसे तिल, कपड़े, तेल, आदि)।