कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क। आज का पंचांग - 02 अप्रैल 2025 (चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन)
आज के दिन कई शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं, जिनका प्रभाव दैनिक जीवन पर पड़ सकता है। आइए, जानें आज के पंचांग की जानकारी:
तिथि:
• चैत्र मास की चतुर्थी तिथि (चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन)
• तिथि समाप्ति: 02 अप्रैल 2025 को शाम 6:42 बजे तक
नक्षत्र:
• नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी (उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का प्रभाव दिनभर रहेगा)
योग:
• विशिष्ट योग:
• आयुष्मान योग: इस योग के प्रभाव में कार्यों में सफलता, समृद्धि, और शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
• द्विपुष्कर योग: इस दिन कोई भी नया कार्य आरंभ करने के लिए श्रेष्ठ समय है। विशेष रूप से व्यापार और शिक्षा से जुड़े कार्यों के लिए लाभकारी रहेगा।
• प्रदोष काल: प्रदोष व्रत के समय (शाम 5:50 बजे से 7:30 बजे तक) का महत्व है, विशेष रूप से शिव पूजा के लिए।
करण:
• बालव करण: यह करण आधिकारिक कार्यों, व्यापारिक योजनाओं, और निर्माण कार्यों के लिए अच्छा है। इस समय किए गए कार्यों में स्थिरता आती है।
दिशाशूल:
• दिशाशूल: दक्षिण दिशा में शूल होने के कारण आज यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि यात्रा आवश्यक हो तो तिल या गुड़ खाकर यात्रा करें।
शुभ मुहूर्त:
• राहुकाल: सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक। इस समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से बचें।
• गुलिक काल: दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक।
• अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:05 बजे से 12:55 बजे तक (यह समय शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से अच्छा है)।
ग्रह स्थिति:
• चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में रहेगा, जो रिश्तों और मानसिक शांति के लिए शुभ है। यह समय सच्चे प्रेम और संबंधों को मजबूती देने का है।
विशेष उपाय:
• इस दिन देवी कुष्मांडा की पूजा करें और उन्हें मीठे पकवान अर्पित करें। साथ ही, अपने घर में शांति और समृद्धि की कामना करें।
• राहुकाल और गुलिक काल के दौरान किसी महत्वपूर्ण निर्णय या कार्य की शुरुआत से बचें।
यह पंचांग 02 अप्रैल 2025 का है, और इस दिन के शुभ-अशुभ योगों को ध्यान में रखते हुए अपने दिन की योजना बनाएं।