कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।माघ पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन गंगा स्नान, दान और पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। 2025 में माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि 11 फरवरी को शाम 6:55 बजे प्रारंभ होकर 12 फरवरी को शाम 7:22 बजे समाप्त होगी।
शुभ मुहूर्त:
• ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:19 बजे से 6:10 बजे तक
• अमृत काल: शाम 5:55 बजे से रात 7:35 बजे तक
• गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:07 बजे से 6:32 बजे तक
• चंद्रोदय: शाम 5:59 बजे
इन मुहूर्तों में स्नान, दान और पूजा करना विशेष लाभकारी माना जाता है।
पूजा विधि:
1. स्नान: सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करें। यदि यह संभव नहीं है, तो घर में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
2. व्रत संकल्प: स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें और उपवासी रहें।
3. पूजा:
• भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
• पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, चीनी) से अभिषेक करें।
• लाल चंदन, लाल फूल, पान, सुपारी, तिल, गुड़ आदि अर्पित करें।
• घी का दीपक जलाकर आरती करें।
4. दान: तिल, गुड़, चावल, वस्त्र आदि का दान करें।
5. चंद्रमा को अर्घ्य: चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य दें।