कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क।21 फरवरी 2025 को जानकी जयंती के अवसर पर कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इस दिन का पंचांग इस प्रकार है:
तिथि: फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि।
वार: शुक्रवार।
नक्षत्र: उत्तराभाद्रपद।
योग: सिद्धि योग।
करण: वणिज।
व्रत: जानकी जयंती।
पंचांग के अनुसार विशेष संयोग:
• सिद्धि योग: यह योग विशेष रूप से शुभ माना जाता है और किसी भी शुभ कार्य के लिए उपयुक्त होता है।
• वणिज करण: यह व्यापार और वाणिज्य के लिए लाभकारी होता है।
इन संयोगों के कारण, जानकी जयंती के दिन विशेष पूजा और अनुष्ठान करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस दिन सीता चालीसा का पाठ, जानकी स्तोत्र का जाप और माता सीता की पूजा विधिपूर्वक करनी चाहिए। इससे घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
जानकी जयंती के दिन विशेष रूप से सीता चालीसा का पाठ करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। सीता चालीसा में 40 श्लोक होते हैं, जो माता सीता की महिमा का वर्णन करते हैं। इन श्लोकों का नियमित पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
इस दिन, विशेष रूप से सीता चालीसा का पाठ करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। सीता चालीसा में 40 श्लोक होते हैं, जो माता सीता की महिमा का वर्णन करते हैं। इन श्लोकों का नियमित पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
इस दिन, विशेष रूप से सीता चालीसा का पाठ करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। सीता चालीसा में 40 श्लोक होते हैं, जो माता सीता की महिमा का वर्णन करते हैं। इन श्लोकों का नियमित पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।