कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क। आज, 26 मार्च 2025 को पापमोचिनी एकादशी का व्रत मनाया जा रहा है। यह व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, जिससे भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है!
पंचांग विवरण:
• तिथि: कृष्ण पक्ष एकादशी, 25 मार्च को सुबह 5:05 बजे से 26 मार्च को सुबह 3:45 बजे तक!
• नक्षत्र: धनिष्ठा। 
• करण: कौलव।
• योग: सिद्ध, दोपहर 12:26 बजे तक।
मुहूर्त:
• पारण का समय (व्रत खोलने का शुभ समय): दोपहर 1:41 बजे से 4:08 बजे तक।
• विष्णु पूजा का शुभ समय: सुबह 9:22 बजे से दोपहर 1:57 बजे तक।
अनुष्ठान विधि:
1. सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करें।
2. स्वच्छ वस्त्र धारण करें और स्वच्छ स्थान पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
3. सुबह के शुभ समय में, विशेष रूप से 9:22 बजे से 1:57 बजे के बीच, भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करें।
4. पूजा में तुलसी के पत्ते, दीप, धूप, नैवेद्य आदि अर्पित करें।
5. व्रत का पारण दोपहर 1:41 बजे से 4:08 बजे के बीच करें, जिससे व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो।
महत्व:
पापमोचिनी एकादशी का व्रत करने से समस्त पापों का नाश होता है और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान विष्णु के भक्तों के लिए लाभकारी माना जाता है।
उपरोक्त समय और विधि अनुसार इस व्रत को करने से भक्तों को विशेष लाभ और पुण्य की प्राप्ति होती है।