कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए यह चुनाव "करो या मरो" की स्थिति बन गया है। पार्टी ने चुनावी प्रचार को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और इस बार दिल्ली में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए केंद्रीय टीमें भी मैदान में उतारी हैं। AAP ने इस चुनाव में अपनी पूरी रणनीति को तगड़ा किया है, और पार्टी के नेता अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते।
चुनाव प्रचार में नया जोश
AAP ने चुनाव प्रचार को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अब बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। पार्टी ने अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने के साथ-साथ केंद्रीय नेताओं को भी दिल्ली भेजा है, जो लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं और पार्टी की योजनाओं को सामने रख रहे हैं। दिल्ली के हर इलाके में पार्टी की तरफ से रैलियां और रोड शो आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक वोटरों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके।
केंद्रीय टीमें भेजी गईं
AAP ने अपने प्रचार को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय स्तर पर कई विशेष टीमें भेजी हैं। इनमें पार्टी के वरिष्ठ नेता, मीडिया टीम और विश्लेषक शामिल हैं, जो न केवल दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं, बल्कि हर एक वोटर के बीच पहुंचने के लिए सटीक रणनीति बना रहे हैं। पार्टी ने इन टीमों का उद्देश्य दिल्ली के हर इलाके में पार्टी के संदेश को सही तरीके से पहुंचाना और चुनावी मुद्दों पर चर्चा करना बताया है।
सुरक्षा और वादों का मुद्दा प्रमुख
AAP के प्रचार अभियान में दिल्ली की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे प्रमुख रूप से उठाए जा रहे हैं। पार्टी ने दिल्ली की जनता को आश्वासन दिया है कि अगर वह सत्ता में आई तो वह अपने पिछले कार्यकाल में किए गए वादों को पूरा करेंगे और दिल्ली में और बेहतर सुविधाएं देंगे। इसके अलावा, दिल्ली के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने, महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को प्राथमिकता देने का वादा किया गया है।
बीजेपी और कांग्रेस से मुकाबला
AAP का मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस से है, और पार्टी जानती है कि यह चुनाव उसके भविष्य के लिए बेहद अहम है। दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकी है, जिसके कारण AAP को अब अपने प्रचार को और तेज करना पड़ा है।