कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के मुद्दे पर विपक्ष के अंदर गहरी असहमति देखने को मिल रही है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं और EVM को लेकर विपक्षी दलों की एकजुटता पर भी संदेह जताया है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के बीच मतभेद तब सामने आए, जब कांग्रेस नेता ने EVM को हैक करने की चुनौती दी और TMC ने इसे लेकर कांग्रेस पर आलोचना की।
EVM को लेकर कांग्रेस की चुनौती:
कांग्रेस नेता और पार्टी के वरिष्ठ सदस्य, खासकर जिनके बीच EVM से जुड़ा विवाद उठता रहता है, ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से यह चुनौती दी थी कि वे दिखाएंगे कि कैसे EVM को हैक किया जा सकता है। उनका कहना था कि EVM की सुरक्षा में कई खामियां हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है। कांग्रेस का यह आरोप है कि ईवीएम में छेड़छाड़ संभव है, जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।
TMC की प्रतिक्रिया:
वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। TMC के नेताओं ने कांग्रेस के इस कदम को राजनीति से प्रेरित और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया। TMC ने सवाल उठाया कि कांग्रेस ने ऐसा क्यों किया और क्या इसका उद्देश्य विपक्ष के बीच मतभेद पैदा करना था। TMC ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस को ईवीएम पर इतना संदेह था, तो उन्हें पहले ही इसकी सुरक्षा को लेकर आवाज उठानी चाहिए थी। TMC के नेताओं ने यह भी कहा कि कांग्रेस को एकजुटता के साथ इस मुद्दे पर काम करना चाहिए था, लेकिन उनका यह बयान विपक्ष में असहमति की स्थिति पैदा कर रहा है। इसके अलावा, TMC ने कांग्रेस से यह भी पूछा कि क्या वे वास्तव में चाहते हैं कि EVM के खिलाफ इस तरह की चुनौती दी जाए या वे सिर्फ एक राजनीतिक खेल खेल रहे हैं।
विपक्ष में गहरा मतभेद:
EVM पर विपक्षी दलों के बीच एकता की स्थिति अब कमजोर होती दिख रही है। कुछ दल, जैसे TMC, ने कांग्रेस के कदम को राजनीतिक रूप से अनावश्यक और विभाजनकारी करार दिया है, जबकि कांग्रेस ने इसे जनता को यह समझाने का एक तरीका बताया है कि चुनावों में पारदर्शिता होनी चाहिए। कांग्रेस का कहना है कि वह हमेशा से ही चुनाव आयोग की विश्वसनीयता और ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाते आए हैं और यह चुनौती एक सच्चाई को उजागर करने के लिए है।
कांग्रेस और TMC के बीच विवाद
: यह विवाद केवल EVM तक सीमित नहीं है, बल्कि कांग्रेस और TMC के बीच एक राजनीतिक खाई को भी उजागर करता है। दोनों दलों के नेताओं के बीच चुनावी रणनीतियों और गठबंधन को लेकर भी मतभेद रहे हैं। अब जब कांग्रेस ने EVM पर सवाल उठाए, तो TMC ने यह स्पष्ट कर दिया कि इस मुद्दे पर एकजुटता और साझेदारी का आभाव है, और यह विपक्षी दलों की कोशिशों को कमजोर करता है। EVM विवाद ने विपक्षी दलों के बीच मतभेदों को सामने ला दिया है, खासकर कांग्रेस और TMC के बीच। जहां कांग्रेस ने ईवीएम के हैक होने की संभावना को उजागर करते हुए इसे चुनौती दी, वहीं TMC ने इसे विपक्ष के भीतर असहमति पैदा करने की कोशिश बताया। अब यह देखना होगा कि विपक्षी दल इस विवाद को कैसे सुलझाते हैं और क्या वे आगामी चुनावों में एकजुट हो पाते हैं या नहीं।