कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क । महाशिवरात्रि 2025, जो 26 फरवरी को मनाई जाएगी, इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा और आराधना का महत्व है। पूजा को सफल और फलदायी बनाने के लिए निम्नलिखित आरती और चालीसा का पाठ करें:
1. शिव चालीसा:
शिव चालीसा भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है और भक्तों के लिए सरल एवं प्रभावशाली स्तुति है। इसका पाठ करने से समस्त संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
2. शिव आरती:
शिव आरती भगवान शिव की स्तुति करती है और भक्तों को मानसिक शांति प्रदान करती है। इसका नियमित पाठ करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
3. शिव तांडव स्तोत्र:
रावण द्वारा रचित यह स्तोत्र भगवान शिव के रौद्र रूप का वर्णन करता है, जो शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है। इसका पाठ करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस का संचार होता है।
4. रुद्राष्टकम:
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित यह स्तोत्र भगवान शिव की भक्ति में लीन होने का श्रेष्ठ उपाय है। इसका पाठ करने से शिव कृपा प्राप्त होती है।
5. शिव पंचाक्षर मंत्र:
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं।
इन आरतियों और चालीसों का पाठ श्रद्धा और समर्पण भाव से करें। महाशिवरात्रि की रात चारों प्रहरों में इनका जाप विशेष लाभकारी होता है। इससे भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।