कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक ताजा टिप्पणी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राजमाता सिंधिया के बीच राजनीतिक उबाल पैदा कर दिया है। राहुल गांधी ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि कुछ लोग आज भी “महाराजाओं” की तरह राजनीति करते हैं, जो कि उनकी पार्टी और लोकतंत्र की सच्चाई के खिलाफ है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री जयवंत सिंधिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया।
राहुल गांधी की टिप्पणी:
राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक सभा में कहा, “देश में कुछ ऐसे नेता हैं जो आज भी पुराने समय के ‘महाराजाओं’ की तरह सत्ता का स्वाद चखने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग लोकतंत्र की भावना के खिलाफ काम करते हैं और खुद को अपने प्रदेश या देश का शासक मानते हैं।” उनका इशारा उन नेताओं की तरफ था, जो उनके मुताबिक, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और मूल्यों के विपरीत अपनी व्यक्तिगत सत्ता को बनाए रखने की कोशिश करते हैं। हालांकि, राहुल गांधी ने किसी विशेष नेता का नाम नहीं लिया था, लेकिन यह बयान जयवंत सिंधिया और उनकी पार्टी से जुड़ी अन्य पृष्ठभूमि से जुड़ा माना गया।
सिंधिया का पलटवार:
राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर जयवंत सिंधिया ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, “राहुल गांधी की इस तरह की बातों से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस के नेता अपनी हार से बौखलाए हुए हैं। वे लोकतंत्र के जीनियस नहीं, बल्कि अपनी सोच से पिछड़े हुए हैं। कोई भी व्यक्ति जो यह कहता है कि लोकतंत्र में राजतंत्र की भावना है, वह न तो जनता का दोस्त हो सकता है और न ही लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने वाला।”
उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में कोई ‘महाराजा’ नहीं होता, बल्कि जनता सर्वोपरि होती है। उनकी पार्टी ने हमेशा सत्ता के लिए सत्ता का खेल खेला है, जबकि भाजपा ने अपने कार्यों से यह साबित किया है कि वे जनता की सेवा में विश्वास रखते हैं।”
कांग्रेस का पलटवार:
बीजेपी के हमले के बाद कांग्रेस ने भी जवाबी हमला किया। पार्टी के प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा, “राहुल गांधी ने ‘महाराजाओं’ का जिक्र किया था, वह किसी व्यक्ति या पार्टी के लिए नहीं, बल्कि एक पूरे विचारधारा पर हमला था। यह बयान उन नेताओं के लिए था जो लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के साथ जोड़ने के बजाय खुद को शाही मानते हैं। यह उन नेताओं की पोल खोलने का प्रयास था जो सत्ता में रहने के लिए जनता की आवाज दबाने की कोशिश करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस का यह मानना है कि राजनीति में लोकतंत्र की नकल न करने वाले ‘महाराजा’ जैसे नेताओं का कोई स्थान नहीं है, और राहुल गांधी ने इसे सिर्फ बेबाकी से उजागर किया।”