कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क ।सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित है। इस दिन शिव स्त्रोत का पाठ करने से किस्मत का सितारा चमक सकता है और जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है।
शिव स्त्रोत का महत्व:
शिव स्त्रोत भगवान शिव की महिमा का वर्णन करने वाला एक महत्वपूर्ण श्लोक है। इसका पाठ करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
पाठ विधि:
1. समय: सोमवार के दिन सूर्योदय से पूर्व या सूर्योदय के बाद उपयुक्त समय पर शिव स्त्रोत का पाठ करें।
2. स्थान: स्वच्छ और शांत स्थान पर बैठकर पाठ करें।
3. सामग्री: पानी, बिल्वपत्र, फूल, दीपक, धूप, नैवेद्य आदि अर्पित करें।
4. पाठ: शिव स्त्रोत का 11, 21, 51 या 108 बार पाठ करें।
5. अर्चना: पाठ के बाद भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
शिव स्त्रोत का पाठ करने के लाभ:
• कष्टों का निवारण: यह पाठ मानसिक और शारीरिक कष्टों को दूर करता है।
• धन-संपत्ति की प्राप्ति: शिव स्त्रोत के पाठ से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
• सुख-समृद्धि: यह व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि लाता है।
• किस्मत का सुधार: यह पाठ किस्मत के सितारे को चमकाता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।