कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क । अशोक कुमार, भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार में से एक, आजादी से पहले ही अपनी अभिनय की कला से फिल्म इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान बना चुके थे। 84 साल पहले आई उनकी फिल्म "कितनी भी मुश्किल हो, फिल्म में उनकी भूमिका और अभिनय ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था और वह भारतीय सिनेमा के सरताज बन गए थे।
1940 में रिलीज़ हुई फिल्म "किस्मत" ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े थे, बल्कि अशोक कुमार की कड़ी मेहनत और अभिनय की तारीफ भी की गई। यह फिल्म उनके करियर का मील का पत्थर साबित हुई, जिसने उन्हें एक फिल्मी आइकॉन बना दिया। "किस्मत" में उन्होंने एक नकारात्मक भूमिका निभाई थी, जो उस समय के सिनेमा में एक नया और साहसी कदम था।
फिल्म की कहानी एक ऐसे आदमी की थी जो जीवन में अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता था। अशोक कुमार ने अपने अभिनय से दर्शकों को झकझोर दिया और फिल्म को ब्लॉकबस्टर बना दिया। यह फिल्म उस समय की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी गई और बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की।
"किस्मत" फिल्म के बाद अशोक कुमार की छवि एक शानदार अभिनेता के रूप में स्थापित हो गई। उनका अभिनय न केवल रोमांस, बल्कि ड्रामा और ट्रेजेडी के भी बेहद मजबूत पक्षों को दर्शाता था। उनके अभिनय ने सिनेमा को एक नए आयाम पर पहुंचाया और उन्हें भारतीय सिनेमा का शहंशाह बना दिया। उनकी यह सफलता इस बात का उदाहरण थी कि भारतीय सिनेमा की न केवल कथा बल्कि पात्रों का विकास भी महत्वपूर्ण होता है। अशोक कुमार के अभिनय की निपुणता और फिल्म की शानदार कहानी ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में अमिट छाप छोड़ी, जो आज भी उनके फैंस और सिनेमा प्रेमियों के बीच जीवित है।
खूब चली थी अशोक कुमार की ये फिल्म
1936 में आई फिल्म जीवन नैय्या से बतौर एक्टर अशोक कुमार ने अपने करियर का आगाज किया था। डेब्यू मूवी में ही उन्होंने ये साबित कर दिया था कि एक्टिंग का हुनर उनमें कूट-कूट कर भरा है। शुरुआती कुछ साल अशोक के लिए ठीक-ठाक गुजरे। लेकिन उनके करियर में नया मोड़ साल 1940 में आई फिल्म बंधन से आया।