कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।
उत्तराखंड कांग्रेस में विधानसभा चुनावों से पहले संगठनात्मक बदलावों को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। हाल ही में, पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा द्वारा की गई कई नियुक्तियों को रद्द कर दिया है, क्योंकि ये नियुक्तियां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की अनुमति के बिना की गई थीं। इसके अलावा, पार्टी ने उत्तराखंड कांग्रेस के सह प्रभारी के रूप में परगट सिंह और सुरेंद्र शर्मा को नियुक्त किया है, जो संगठन में नए बदलावों का हिस्सा हैं।
नगर निकाय चुनाव में नहीं हुआ अनुरूप परिणाम
नगर निकाय चुनाव के दौरान भी टिकट वितरण के दौरान पिथौरागढ़ नगर निगम में महापौर की सीट पर क्षेत्रीय विधायक के साथ खींचतान का प्रभाव चुनाव परिणाम पर दिखाई दिया। महापौर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर रहना पड़ा। यह स्थिति तब है, जब सामूहिक निर्णय लेने के लिए केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रदेश समन्वय समिति का गठन किया हुआ है। प्रदेश संगठन के साथ विधायकों और वरिष्ठ नेताओं में बनी अविश्वास की खाई पाटने के लिए यह कदम उठाया गया।
स्मार्ट मीटर पर दिखी रार
विधायक बेहड़ के स्मार्ट मीटर के विरोध में छेड़े गए आंदोलन का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समर्थन कर चुके हैं। वहीं, प्रदेश संगठन में बदलाव का समर्थन करने वालों में नया नाम पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह का जुड़ गया।
प्रदेश संगठन में बदलाव के लिए बोले
मीडिया से बातचीत में प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश संगठन में बदलाव होना है अथवा यथास्थिति रखी जानी है, इस बारे में पार्टी नेतृत्व को समय रहते स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस बारे में समय पर निर्णय लेने की उनकी टिप्पणी से प्रदेश संगठन में बदलाव को हवा से जोड़कर देखा जा रहा है।