कैनविज टाइम्स,राजनीतिक डेस्क। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक पर राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इसे संविधान पर सीधा हमला बताते हुए जेडीयू और टीडीपी से इस पर उनके रुख़ के बारे में पूछा है।
जनता दल (यूनाइटेड) [जेडीयू] ने इस विधेयक को लेकर सरकार को तीन सुझाव दिए हैं:
1. राज्य वक्फ बोर्डों की शक्तियों में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए, क्योंकि भूमि राज्य का विषय है।
2. नया कानून पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू नहीं होना चाहिए, सिवाय पंजीकृत वक्फ संपत्तियों के।
3. यदि कोई वक्फ संपत्ति सरकारी भूमि पर स्थित है, तो उसका निर्णय विधेयक के मानकों के अनुसार होना चाहिए।
वहीं, आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी [टीडीपी] ने भी इस विधेयक पर अपनी चिंताएं जताई हैं। पार्टी ने मुस्लिम संगठनों से कहा है कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाएं, और पार्टी ने भी विधेयक के खिलाफ अपने विचार व्यक्त किए हैं। कांग्रेस नेता तारिक अनवर को उम्मीद है कि वक्फ विधेयक के पेश होने पर नीतीश कुमार संसद में इसके खिलाफ रुख अपनाएंगे, ताकि उनकी धर्मनिरपेक्ष छवि बनी रहे।
इस बीच, खबरें हैं कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो संसद का बजट सत्र बढ़ाया जा सकता है ताकि इस विधेयक पर व्यापक चर्चा हो सके। एनडीए के भीतर इस विधेयक को लेकर आम सहमति बनने की बात कही जा रही है, लेकिन जेडीयू और टीडीपी का रुख़ अभी स्पष्ट नहीं है।