कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली हाई कोर्ट के एक जज का कोलकाता उच्च न्यायालय में तबादला किया गया है, जिससे वकीलों में असंतोष और विरोध की लहर उठ गई है। वकील इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उच्च न्यायालय से इस निर्णय पर पुनः विचार करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह तबादला उनके अधिकारों और न्यायिक स्वतंत्रता के खिलाफ है।
वकील इस फैसले को एक अप्रत्याशित कदम मान रहे हैं, जिससे न्यायिक व्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इस विरोध का मुख्य कारण तबादला प्रक्रिया को लेकर उठ रहे सवाल और इसके पीछे की वजहों को लेकर उठ रही चिंताएं हैं। वकील चाहते हैं कि इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय द्वारा स्पष्टता दी जाए और उचित निर्णय लिया जाए।
फैसले पर विचार करने की मांग
कलकत्ता हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, बार लाइब्रेरी ने जज दिनेश शर्मा को कलकत्ता हाई कोर्ट भेजने के फैसले पर नए सिरे से विचार करने और उनका नाम वापस लेने की मांग की है। कलकत्ता हाई कोर्ट के वकील संगठन सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम के इस निर्णय से असहमत है।