कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन अभियान को लेकर सियासत गरमा गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से जरूरी दस्तावेज जैसे पासपोर्ट और जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की अपील की है। ओवैसी ने चेतावनी दी कि अगर लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हट गया तो वे सरकार से सवाल पूछने का हक खो बैठेंगे। तेलंगाना के गोधन में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा अगर आपका नाम वोटर लिस्ट से कट गया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे ज़्यादा खुशी होगी। इसलिए जितनी जल्दी हो जन्म प्रमाण पत्र बनवा लें। पासपोर्ट नहीं है तो बनवाएं। ओवैसी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे नागरिकता तय करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने इस प्रक्रिया को 'बैकडोर एनआरसी' (छिपा हुआ नागरिकता सत्यापन) बताया और कहा कि यह अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की एक रणनीति हो सकती है। वहीं चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक 6.99 करोड़ से अधिक मतदाताओं के फॉर्म जमा हो चुके हैं, लेकिन करीब 9.02% यानी 71 लाख से ज्यादा लोगों की जानकारी अधूरी या गायब है, जिनके नाम हट सकते हैं। इस मुद्दे को लेकर राजद सांसद मनोज झा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया गरीबों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ है। वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन अब सिर्फ प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है।