कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। पंजाब में भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है। इस घटना के बाद, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने तीखा विरोध जताते हुए राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। मायावती ने इस घटना को लोकतंत्र और समाज के आधारभूत मूल्यों के खिलाफ बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मायावती का बयान: मायावती ने एक बयान में कहा, "पंजाब में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने का कृत्य न केवल आंबेडकर ji की उपेक्षा है, बल्कि यह संविधान के निर्माता और समाज के शोषित वर्ग के लिए अपमानजनक है।" उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस की सरकारें इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में नाकाम रही हैं। मायावती ने कहा कि यह घटनाएं उन नेताओं द्वारा प्रायोजित की जा रही हैं जो समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना: मायावती ने आगे कहा कि "आप" और "कांग्रेस" दोनों ही इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि राज्य में उनकी सरकारें हैं, और वे अपने कर्तव्यों में लापरवाह हैं। उन्होंने इन पार्टियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों दलों के नेताओं ने इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया और शांति बनाए रखने में नाकाम रहे हैं। मायावती का कहना था कि दोनों पार्टियों के शासन में नफरत फैलाने वालों को बढ़ावा मिल रहा है और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बीएसपी का रुख: बीएसपी ने इस मुद्दे को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है और पार्टी के कार्यकर्ता भी इस घटना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। मायावती ने पंजाब सरकार से इस कृत्य के दोषियों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आंबेडकर के सिद्धांतों और उनके योगदान को मान्यता देना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है और किसी भी प्रकार की हिंसा या भड़काऊ घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई थी कैसे? यह घटना पंजाब के एक जिले में हुई, जहां कुछ असमाजिक तत्वों ने भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ डाला। यह घटना उस समय हुई जब पंजाब के विभिन्न हिस्सों में आंबेडकर जयंती की तैयारी चल रही थी और ऐसे में इस तरह की घटना ने समाज के विभिन्न वर्गों में आक्रोश उत्पन्न कर दिया।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया: पंजाब सरकार ने इस घटना की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। सरकार ने आंबेडकर की प्रतिमा की मरम्मत करने का आदेश भी दिया और स्थानीय पुलिस को मामले में त्वरित कार्रवाई करने की निर्देश दिए हैं।