Search News

बिहार चुनाव 2025: सीट बंटवारे पर महागठबंधन में घमासान, कांग्रेस की मांगों से राजद परेशान

बिहार चुनाव 2025
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: September 20, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।

बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर जबरदस्त खींचतान शुरू हो गई है। कांग्रेस अपनी मजबूत सीटों पर दावा ठोक रही है, जिससे प्रमुख घटक दल राजद की बेचैनी बढ़ गई है। कांग्रेस का साफ कहना है कि सीटों का बंटवारा बराबरी के आधार पर होना चाहिए, न कि केवल एक दल को मजबूत सीटें देकर दूसरे को कमजोर सीटें थमा दी जाएं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की कुटुंबा सीट पर भी विवाद खड़ा हो गया है। यहां राजद ने सुरेश पासवान को प्रत्याशी के रूप में आगे कर दिया है, जबकि यह सीट कांग्रेस के हिस्से में मानी जा रही थी। कांग्रेस ने पिछली बार की अपनी 43 कमजोर सीटों की पहचान कर ली है और अब वह उनमें बदलाव चाहती है। कांग्रेस चाहती है कि उसे उन सीटों पर लड़ने का मौका मिले जहां सामाजिक समीकरण और मजबूत प्रत्याशी हैं। वह महागठबंधन की हारी हुई 14 ऐसी सीटों पर दावा कर रही है, जिनमें से 12 राजद की झोली में थीं। राजद की ओर से कांग्रेस को 50 सीटों पर सीमित रखने की रणनीति है, जबकि कांग्रेस को इस बार करीब 60 पसंदीदा सीटें चाहिए। वहीं, वामदलों और नए साथियों (वीआईपी, रालोसपा, झामुमो) के लिए करीब 30 सीटों की जरूरत है, जिससे गणित और पेचीदा हो गया है।

पिछली बार कांग्रेस को शहरी और सवर्ण-अति पिछड़ा बहुल क्षेत्रों की सीटें दी गईं थीं, जहां उसकी हालत कमजोर रही। अब वह सामाजिक समीकरणों को देखते हुए ग्रामीण और अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्रों में उतरना चाहती है।

मजबूत और कमजोर सीटों का आंकड़ा

राजद: 92 मजबूत (75 जीती + 17 हारी हुई मजबूत), 52 कमजोर

कांग्रेस: 27 मजबूत (19 जीती + 8 हारी हुई मजबूत), 43 कमजोर

माले: 14 मजबूत (12 जीती + 2 हारी), 7 कमजोर

भाकपा-माकपा: 3-3 मजबूत (2 जीती + 1 हारी), 3-3 कमजोर

सीटों की पहचान का पैमाना:
जहां जीत मिली हो या 5,000 से कम मतों से हार मिली हो, वे मजबूत सीटें मानी गई हैं। वहीं, जहां 5,000 से अधिक मतों से हार हुई, वे कमजोर मानी गई हैं।

सीटों को लेकर अंदरूनी कलह से जूझ रहा महागठबंधन नवरात्र के बाद ही इस मसले पर कोई अंतिम निर्णय ले सकेगा। फिलहाल, कांग्रेस की सीटों पर जोरदार दावेदारी और राजद की रणनीति के बीच समझौता मुश्किल होता दिख रहा है।

Breaking News:

Recent News: