कैनवीज़ टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान में भारत की भूमिका को "मध्यस्थता" के रूप में पेश किए जाने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस पर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति हमेशा पारदर्शिता और संवाद की परंपरा पर आधारित रही है, लेकिन इसे ‘मध्यस्थता’ कहना सरासर गलत होगा। थरूर ने कहा अगर कोई देश हमसे संपर्क करे, हमसे बात करे और हम उसे अपने कदमों के बारे में जानकारी दें, तो क्या इसे मध्यस्थता कहा जाएगा? बिल्कुल नहीं। यह एक जिम्मेदार और स्पष्ट नीति है, न कि किसी भी रूप में मध्यस्थता। शनिवार को थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे दुष्प्रचार के खिलाफ वैश्विक स्तर पर भारत की सच्चाई को सामने रखने के लिए मिशन पर रवाना हुआ। कांग्रेस का यह प्रयास भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। थरूर ने यह भी कहा कि भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।