कैनविज टाइम्स,डिजिटल;डेस्क। महाराष्ट्र में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने बस, ऑटो और टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी कर दी है, जिससे आम जनता को भारी राहत के बजाय एक बड़ा झटका लगा है।
किराया बढ़ोतरी के कारण
राज्य सरकार द्वारा इस बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि और परिवहन सेवाओं की बढ़ती लागत बताई जा रही है। इसके तहत बसों के किराए में 5 से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है, जबकि ऑटो और टैक्सी के किराए में भी कुछ क्षेत्रों में 10 से 15 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
सिर्फ यात्रियों के लिए नहीं, बल्कि ड्राइवरों पर भी असर
इस बढ़ोतरी का असर सिर्फ यात्रियों पर नहीं बल्कि ड्राइवरों पर भी पड़ा है। सरकार का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण वाहन चलाना महंगा हो गया है, और इसी कारण किराए में बदलाव किया गया है। वहीं, कुछ ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों का कहना है कि इस बढ़ोतरी से उनकी आय में भी सुधार हो सकता है, लेकिन इसका असर यात्रियों पर ही पड़ेगा।
आम जनता के लिए चिंता का विषय
समान्य नागरिकों के लिए यह किराया बढ़ोतरी चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि उनके लिए रोज़ाना के परिवहन खर्चों में अचानक वृद्धि हो जाएगी। कई लोग जो पहले कम खर्च में यात्रा करते थे, अब उन्हें अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ेगा।
विरोध प्रदर्शन की संभावना
इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है। कुछ राजनीतिक पार्टियाँ और सामाजिक संगठन इस बढ़ोतरी को लेकर सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को बड़ा नुकसान होगा, और सरकार को इसे वापस लेना चाहिए।
सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार ने अपनी ओर से कहा है कि यह निर्णय महंगाई और परिवहन सेवाओं की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, और इसे लागू करने के बाद भी वे जनता की भलाई के लिए काम करते रहेंगे।