कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क। विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी का दूसरा रूप, विशेष रूप से भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा का दिन होता है। 2025 में यह पर्व 3 मार्च को मनाया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से बप्पा के साथ मां पार्वती की पूजा करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
यह दिन जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और शांति की प्राप्ति के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन विशेष पूजा करने से घर में बुरी शक्तियों का नाश होता है और हर कार्य में सफलता मिलती है।
पूजा विधि:
1. सबसे पहले घर के स्वच्छ स्थान पर गणेश और पार्वती की मूर्तियां स्थापित करें।
2. उन पर पुष्प, दीप, फल और सिंदूर अर्पित करें।
3. शुद्ध जल से स्नान कर उन्हें ताजे वस्त्र पहनाएं।
4. घर के समृद्धि और सुख-शांति के लिए मंत्रों का जाप करें, जैसे “ॐ गं गणपतये नमः” और “ॐ पार्वत्यै नमः”।
5. घर के कोने-कोने में दीपक जलाएं और संतान सुख, धन-धान्य, और सुख-शांति के लिए प्रार्थना करें।
इस पूजा से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि आपके जीवन में समृद्धि और भाग्य में भी वृद्धि होती है।
विनायक चतुर्थी पर यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो किसी कठिनाई से गुजर रहे हैं या जिन्हें सफलता और समृद्धि की आवश्यकता है।