कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। हाल ही में संसद में एक दिलचस्प घटना घटी, जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की सराहना की। यह सराहना उस समय हुई, जब राघव चड्ढा ने ग्रामीण बैंकों की स्थिति पर चिंता जताई और उनकी अव्यवस्थाओं को उजागर किया।
राज्यसभा में बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 पर चर्चा के दौरान, राघव चड्ढा ने बैंकों की वर्तमान स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह विधेयक नागरिकों की वास्तविक समस्याओं को संबोधित करने में विफल है और केवल प्रक्रियात्मक सुधारों पर केंद्रित है। चड्ढा ने बैंकिंग प्रणाली में बढ़ती धोखाधड़ी, उच्च ऋण दरों और कर्मचारियों पर बढ़ते दबाव के कारण जनता के विश्वास में कमी की ओर भी इशारा किया।
निर्मला सीतारमण की प्रतिक्रिया:
चड्ढा की टिप्पणियों का जवाब देते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मजाकिया अंदाज में कहा कि राघव चड्ढा ने ग्रामीण बैंकों का दौरा किया और उनकी अव्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने कहा, "राघव चड्ढा ने पंखे की संख्या, दरवाजों की स्थिति और कुर्सियों की उपलब्धता तक की जांच की।" सीतारमण ने चड्ढा के पश्चिमी दुनिया से जुड़े होने का जिक्र करते हुए कहा कि इससे देश को लाभ होगा। उनके इस बयान पर सदन में हंसी की लहर दौड़ गई।