कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। असम में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे राज्य के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। भारी बारिश के कारण राज्य की नदियाँ उफान पर हैं, और जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं, और स्थिति अब गंभीर होती जा रही है। सरकार और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन बाढ़ के पानी में डूबे हुए इलाकों में राहत पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
बाढ़ के कारण तबाही:
असम में बाढ़ ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है, खासकर उन क्षेत्रों को जहां बरसात का पानी जमा हो गया है। नदियाँ खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं, जिससे आसपास के गांव और कस्बे जलमग्न हो गए हैं। सड़कें, घर, खेत, और स्कूल पानी में डूब गए हैं, जिससे जीवन लगभग ठप हो गया है। बाढ़ के कारण लोगों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएँ जुटाना भी कठिन हो गया है।
लाखों लोग प्रभावित:
असम में बाढ़ के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के कई हिस्सों में लोग अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार, लगभग 30 जिलों में बाढ़ का प्रभाव देखा गया है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। राहत शिविरों में अस्थायी आवास और खाद्य सामग्री की व्यवस्था की गई है, लेकिन बाढ़ के पानी के कारण राहत कार्यों में भी बाधाएं आ रही हैं।
प्राकृतिक आपदा और मौसम की स्थिति:
पिछले कुछ दिनों से असम और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप नदियाँ और जलाशय उफान पर आ गए हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क जैसी प्रमुख स्थल भी बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं, जहां वन्यजीवों के लिए संकट पैदा हो गया है। बाढ़ का पानी पार्क के बड़े हिस्से में फैल चुका है, जिससे जानवरों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। मौसम विभाग ने और भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
बचाव और राहत कार्य:
राज्य सरकार और केंद्रीय एजेंसियाँ राहत कार्यों में लगी हुई हैं। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच चुकी हैं। हेलीकॉप्टर द्वारा फंसे हुए लोगों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा दल भी तैनात किए गए हैं। राहत सामग्री जैसे खाद्य पैकेट्स, पानी, तंबू और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं।
सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बढ़ा दी है और प्रभावित लोगों को चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए शिविर लगाए गए हैं। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।
आगे की स्थिति:
मौसम विभाग ने असम में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है। राज्य सरकार ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को बाढ़ राहत कार्यों को और तेज़ करने का निर्देश दिया है। बाढ़ से जुड़ी आपातकालीन सेवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है, और प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सक्रिय किया गया है। असम में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर है और लाखों लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं, लेकिन बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को राहत पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए सरकार और राहत एजेंसियाँ बाढ़ के प्रकोप को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं।