कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद जांच एजेंसियों की नजर सबसे पहले ब्लैक बॉक्स पर है। गुरुवार दोपहर अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का B787 विमान VT-ANB टेकऑफ के पांच मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे। हादसे के बाद एनडीआरएफ और बीएसएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी विमान हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स सबसे अहम सबूत होता है, जो क्रैश के कारणों की गहराई से जानकारी देता है। ब्लैक बॉक्स दरअसल दो डिवाइस से मिलकर बना होता है – FDR (फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर) और CVR (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर)।FDR में प्लेन की रफ्तार, ऊंचाई, दिशा, इंजन की स्थिति और बाकी तकनीकी डेटा रिकॉर्ड होता है। वहीं, CVR में पायलट और को-पायलट की बातचीत और कॉकपिट के अंदर की आवाजें कैद होती हैं। इन रिकॉर्डिंग्स से पता चलता है कि विमान में तकनीकी खराबी हुई थी या मानवीय चूक से हादसा हुआ। ब्लैक बॉक्स को अत्यंत मजबूत सामग्री से बनाया जाता है ताकि वह आग और पानी जैसी परिस्थितियों में भी सुरक्षित रह सके। इसके मिलते ही जांच एजेंसियां हादसे की असल वजह तक पहुंच सकती हैं।