कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
मिडिल ईस्ट एक बार फिर जंग के मुहाने पर खड़ा है। इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर भीषण हमला किया है। गुरुवार देर रात हुए इस हमले में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे गए हैं। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) की इस गुप्त कार्रवाई में ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत हो गई है। इसके अलावा सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई के करीबी सलाहकार अली शामखानी, आईआरजीसी एयरफोर्स कमांडर आमिर अली हाजीजादेह भी मारे गए हैं। इजरायल ने दावा किया है कि ईरान गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित करने में जुटा था, और यह हमला उसी योजना को रोकने के लिए जरूरी हो गया था। हमले के बाद ईरान के कई परमाणु संयंत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस हमले को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है, जिसे मोसाद और आईडीएफ की साझा रणनीति के तहत अंजाम दिया गया। इलाके में तनाव चरम पर है और किसी भी समय युद्ध की स्थिति बन सकती है।