कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
गाजियाबाद जिले की जर्जर सड़कों की तस्वीर बदलने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने एक बड़ी योजना तैयार की है। इस योजना के तहत जिले की 194 सड़कों का पुनर्निर्माण, मरम्मत, चौड़ीकरण और नवीनीकरण किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने 600 करोड़ रुपये का विस्तृत बजट बनाकर शासन को भेज दिया है। स्वीकृति मिलने के बाद कार्यों की शुरुआत कर दी जाएगी। यह योजना जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों सदर, साहिबाबाद, मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी को शामिल करते हुए तैयार की गई है। इन क्षेत्रों के विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में खराब हालत में पहुंच चुकी सड़कों की सूची बनाकर पीडब्ल्यूडी को सौंपी थी। इस सूची के आधार पर तकनीकी जांच के बाद बजट का प्रस्ताव तैयार किया गया। सदर विधायक संजीव शर्मा, साहिबाबाद विधायक सुनील कुमार शर्मा, मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी, मोदीनगर विधायक मंजू शिवाच और लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सड़कों की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए प्राथमिकताएं तय कीं। उन्होंने सड़कों की स्थिति को सुधारने के लिए लगातार विभागीय बैठकों और सर्वेक्षणों में हिस्सा लिया।
किन कार्यों पर खर्च होगी राशि
इस 600 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग मुख्य रूप से निम्नलिखित कार्यों में किया जाएगा:
क्षतिग्रस्त सड़कों का पूर्ण पुनर्निर्माण
वर्तमान सड़कों की मरम्मत और मजबूतीकरण
संकरी सड़कों का चौड़ीकरण
सड़क किनारे जल निकासी की व्यवस्था
यातायात संकेत, स्ट्रीट लाइट और सुरक्षा अवरोधकों की स्थापना
गाजियाबाद की जनसंख्या तेज़ी से बढ़ रही है और यातायात का दबाव भी लगातार बढ़ रहा है। सड़कों की खस्ताहाल स्थिति से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा था। इस योजना से जिले के लगभग 20 लाख नागरिकों को सीधा लाभ मिलेगा। बेहतर सड़कें न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएंगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। फिलहाल यह बजट शासन के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया है। जैसे ही स्वीकृति मिलती है, कार्य की निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी और चरणबद्ध तरीके से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। विभाग का लक्ष्य है कि अधिकतर सड़कें आगामी एक से डेढ़ वर्ष में पूरी तरह दुरुस्त हो जाएं। गाजियाबाद में बुनियादी ढांचे को सुधारने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। स्थानीय नागरिकों को इस योजना से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। अब निगाहें शासन की स्वीकृति पर टिकी हैं, जिसके बाद सड़कों की बदहाल स्थिति को सुधारने का रास्ता साफ हो जाएगा