कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
इजरायल में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर कड़ा संदेश देते हुए स्पष्ट कहा है कि जब अमेरिका तहव्वुर राणा को भारत को सौंप सकता है, तो पाकिस्तान हाफिज सईद, जकी-उर-रहमान लखवी और साजिद मीर को क्यों नहीं सौंप सकता। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान इन आतंकियों को भारत को सौंप दे तो दोनों देशों के रिश्ते सामान्य हो सकते हैं। जेपी सिंह इससे पहले पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में भी कार्यरत रह चुके हैं। एक इजरायली न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवाद पर गहरी चिंता जताई और कहा कि भारत का आतंकवाद विरोधी सैन्य अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, "अब 'न्यू नॉर्मल' आक्रामक आतंक रोधी नीति है। भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देगा, बल्कि पहले से ही सतर्क और निर्णायक कार्रवाई करेगा।"
जेपी सिंह ने सिंधु जल संधि पर भारत की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह संधि दोस्ती और विश्वास पर आधारित थी, लेकिन बीते कुछ वर्षों में पाकिस्तान ने आतंकवाद को भारत में भेजना जारी रखा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा, “पानी और खून साथ नहीं बह सकते।” राजदूत ने कहा कि जब एक तरफ भारत पाकिस्तान को सिंधु नदी का पानी देता है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान आतंकियों को भारत भेजकर निर्दोष लोगों की जान लेता है। ऐसे में यह समझौता अब उसी रूप में आगे नहीं बढ़ सकता। जेपी सिंह के इस बयान को भारत की कूटनीतिक आक्रामकता और पाकिस्तान पर बढ़ते दबाव के रूप में देखा जा रहा है। उनका यह इंटरव्यू ऐसे समय में आया है जब भारत लगातार वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान से आतंकवाद पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।