कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। तेलंगाना राज्य में पिछले 48 घंटों से जारी मूसलधार बारिश ने बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश ने नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ा दिया है, और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। इस प्राकृतिक आपदा के कारण न केवल भारी नुकसान हुआ है, बल्कि राहत और बचाव कार्य भी तेज़ी से चल रहे हैं।
बारिश का प्रभाव:
तेलंगाना के विभिन्न इलाकों में लगातार भारी बारिश के कारण नदियों और जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ गया है। कई इलाकों में बाढ़ आ गई है, और घरों में पानी घुसने के कारण लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। राजधानी हैदराबाद सहित अन्य प्रमुख शहरों में भारी जलभराव हो गया है, जिससे ट्रैफिक जाम और सड़कों पर जलभराव की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं।
विशेष रूप से हैदराबाद के बाहरी इलाकों जैसे की मालकाजगिरी, संगारेड्डी, मीरचोरी, और हुसैनसागर जैसे क्षेत्रों में बाढ़ के कारण स्थिति बेहद खराब हो गई है। यहां तक कि प्रमुख जलाशयों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है।
बाढ़ और जलभराव के कारण:
1. नदियों का उफान: भारी बारिश के कारण तेलंगाना की प्रमुख नदियों जैसे गोदावरी, कृष्णा और मुसी में जलस्तर बढ़ गया है। इन नदियों का पानी कई इलाकों में घुस चुका है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन गई है।
2. नालों का ओवरफ्लो: जल निकासी व्यवस्था की कमी और अत्यधिक बारिश के कारण कई नाले उफन कर सड़कें और घरों में पानी भरने का कारण बने हैं।
3. सड़कों पर जलभराव: बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। हैदराबाद शहर के कई प्रमुख मार्गों पर पानी जमा हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही में रुकावट आ रही है। कई स्थानों पर जलभराव के कारण वाहन फंसे हुए हैं।

जान-माल का नुकसान:
तेलंगाना में बाढ़ के कारण अब तक कई लोगों की मौत की सूचना मिली है। आपातकालीन सेवाएं और बचाव दल पूरे राज्य में सक्रिय हो गए हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों को तेज कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
इसके अलावा, भारी बारिश और बाढ़ के कारण कृषि क्षेत्र को भी भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भर जाने के कारण फसलों का नुकसान हुआ है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
राहत और बचाव कार्य:
तेलंगाना सरकार और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज़ कर दिया है। NDRF ने पानी में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए नावों और विशेष उपकरणों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बाढ़ प्रभावित इलाकों में त्वरित राहत पहुंचाएं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करें।
राज्य सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को विशेष राहत कार्यों के लिए निर्देशित किया है, और हर इलाके में मेडिकल टीमों की तैनाती भी की गई है। साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों में भोजन और पानी की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी:
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने तेलंगाना में “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया है, जो दर्शाता है कि आने वाले समय में और अधिक बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। इसके अलावा, विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री का बयान:
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजा देने के साथ-साथ पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी प्राथमिकता बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने और उन्हें राहत पहुंचाने की है। हम सभी सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर बाढ़ के कारण हुए नुकसान को कम करने के लिए काम करेंगे। तेलंगाना में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति ने लोगों के जीवन को मुश्किल बना दिया है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द जीवनदायिनी राहत प्रदान करने की कोशिशें जारी हैं, और उम्मीद जताई जा रही है कि स्थिति जल्द नियंत्रण में आएगी।